
google chrome :
Perplexity AI ने गूगल क्रोम को खरीदने के लिए 34.5 बिलियन डॉलर का ऑफर दिया है ,क्या google अपने फेमस वेब ब्राउजर को बेचेगा , क्या इसका मालिक कोई और होगा,क्या यह बिकने वाला है ?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI )सर्च कंपनी ने गूगल क्रोम को खरीदने के लिए 34.5 बिलियन डॉलर का ऑफर google को दिया है !पहले कभी इसे बेचने की चर्चा नही हुई बिना चर्चा के अल्फाबेट को ऑफर दिया है !इस ऑफर के बाद टेक इंडस्ट्री में हलचल मची है !
भारत के लोग पूरी दुनिया में अपनी प्रतिभा का डंका बजा रहे हैं. भारतीय हर क्षेत्र, हर फील्ड में अपना लोह मनवाया है. भारतीय मूल का एक कारोबारी इस समय चर्चा में है. भारतीय-अमेरिकी एआई स्टार्टअप Perplexity AI के CEO, अरविंद श्रीनिवास( google के पूर्व कार्यकर्त्ता ) ने google के लिए एक ऑफर रखा है.इसमें उन्होंने Google Chrome ब्राउज़र को खरीदने की पेशकश की है . इसके लिए अरविंद ने 34.5 अरब डॉलर यानी भारतीय रूपए में करीब 3,02,152 करोड़ रुपए का ऑफर भी दिया है. अपने इस ऑफर की वजह से अरविंद श्रीनिवास सुर्ख़ियों में है !
google और chrome ब्राउजर का सम्बन्ध :
इंटरनेट सर्फिंग के लिए दुनिया में सबसे ज्यादा गूगल के क्रोम ब्राउज़र का यूज़ किया जाता है. यह गूगल के बिजनेस मॉडल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है . AI द्वारा दिया गया यह ऑफर कई बड़े सवाल खड़ा कर दिया है !यह कंपनी सिर्फ तीन साल पुरानी है. लेकिन इस कंपनी में जेफ बेजोस, एनवीडिया, और जापान के सॉफ्टबैंक जैसे बड़े निवेशकों के पैसे लगे हैं.
google की और से जवाब :
अरविन्द श्रीनिवास के इस ऑफर को लेकर अभी गूगल ने कोई प्रतिक्रया नही दी है !न ही गूगल ने गूगल क्रोम को बेचने का कोई संकेत दिया है !इसमें विशेषज्ञ मानते है की यह प्रक्रिया कई सालों तक कोर्ट में चल सकती है !इस ऑफर के बाद AI ने खा है की उनका यह कदम उपयोगकर्ताओं के विकल्पों की रक्षा करेगा था कॉम्पटीशन की चिंता को दूर करेगा !
AI का मकसद :
Perplexity AI का सबसे बड़ा मकसद है अपनी AI ब्राउजर, Comet के साथ प्रतिस्पर्धा करना. Chrome के साथ यह AI 3 अरब उपयोगकर्ताओं तक पहुचायेगा ,जिससे OpenAI जैसे अपने कम्पटीटर से मुकाबला आसान कर देगा !अरविन्द का यह ऑफर उस समय आया है जब अमेरिका में गूगल के ऊपर अवैध जगत में अपना पूरा अधिकार जमाने का आरोप है ! US न्याय विभाग इसमें सुधार की योजना बना रहा है !इस योजना में गूगल को क्रोम बेचने के निर्देश भी दिए जा सकते है ! हो सकता है की जल्द ही google क्रोम के मालिक भारतीय मूल के सीईओ हो सकते है !
AI के अलावा कई कंपनी ने गूगल को खरीदने के दी ऑफर :
सिर्फ AI ही नही बल्कि और भी खरीदार है जो गूगल क्रोम को खरीदना चाहते है ,जैसे की open AI ,Yahoo ,और Apollo Global Managment जैसे बड़े खरीदार शामिल है !
बहरहाल अरविंद श्रीनिवास का यह साहसिक प्रस्ताव न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि भारत-निवासी उद्यमियों की वैश्विक टेक जगत में पहुंच और महत्वाकांक्षा का प्रतीक भी है. यह प्रस्ताव अगर सफल हुआ, तो यह AI एवं डिजिटल ब्राउज़िंग की दुनिया में एक नया अध्याय शुरू कर सकता है.