पूजा पाल सपा की एक जुझारू महिला नेता:

पाल कौशांबी के चायल सीट से वर्तमान में विधायक हैं. उनके पति राजू पाल की 2005 में हत्या कर दी गयी थी , जिसका आरोप आतिक अहमद पर लगा था.2005 में ही पूजा की राजू से शादी हुई थी. शादी के महज 10 दिन बाद ही पूजा के सुहाग की हत्या कर दी गयी थी . दिनदहाड़े उनके पति राजू पाल की हत्या कर दी गई. राजू पाल उस समय इलाहाबाद पश्चिमी सीट से विधायक थे. हत्या का आरोप माफिया अतिक अहमद और उसके भाई अशरफ पर लगा. इसके बाद बहुजन समाजवादी पार्टी ने पूजा पाल को पति की जगह चुनाव में उतारा, लेकिन वह हार गईं.
पूजा पाल :
पूजा पाल कौशांबी की चायल सीट से विधायकहै !वह समाजवादी पार्टी की विधायक है ! समाजवादी पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। पूजा पाल के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले बहुजन समाज पार्टी ने भी उन्हें बाहर निकाल चुकी है। बसपा को जानकारी मिली थी की वह पार्टी बदल सकती हैं, बस बिना देर किए पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। अपने सियासी सफर में पूजा पाल 13 वर्ष बसपा व करीब साढ़े छह साल सपा में रहीं।
पूजा पाल कटघर मोहल्ले में पली बढ़ी ,उनकी शादी 15 जनवरी 2005 में शहर पश्चिमी के तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल से हुई। 25 जनवरी को राजू पाल को सुलेमसरांय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। पूजा पाल ने माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। राजू पाल की हत्या के बाद शहर में दंगा भड़क गया था। कई दिनों तक तोड़-फोड़ की गई।
पूजा पाल को पार्टी से निकाला गया :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करने वाली विधायक को सपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. वह पिछले काफी समय से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थीं. इससे पहले राज्य सभा चुनाव में भी पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ मतदान किया था.सपा उसी समय से उनसे नाराज था. ऐसे में सीएम आदित्यानाथ की तारीफ कर उन्होंने सपा को और नाराज कर दिया.
विधानसभा के 24 घंटे चले विशेष सत्र में उन्होंने कहा था,”मैंने अपना पति खोया है, सब जानते हैं कि मेरे पति की हत्या कैसे हुई और किसने मेरे पति को मारा .उन्होंने कहा मई मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझे न्याय दिलाया और मेरी बात तब सुनी जब किसी ने मेरा साथ नही दिया न मेरी बात सुनी !
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में मेरे जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाया और अपराधियों को दंड भी दिया.मुख्यमंत्री ने जीरो टॉलरेंस जैसी नीतियां लाकर अतीक अहमद जैसे अपराधियों को मिट्टी में मिलाया है. आज पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री की ओर विश्वास से देखता है.मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिलाने का काम किया.”
पार्टी से निकलने के बाद पूजा पाल का बयान :

पार्टी से निकाले जाने के बाद उन्होंने कहा, ‘मैंने एक अपराधी भू माफिया अतीक अहमद के खिलाफ बोला इसीलिए मुझे समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया. मैंने सदन में अतीक अहमद के खिलाफ बोला है . मुझे पहले ही पार्टी से निकाल सकते थे.
उमेश पाल की हत्या हुई तो वो पीडीए से आते थे. मेरे पति भी पीडीए से थे. मैं भी पीडीए से ही हूं. असद का एनकाउंटर हुआ तो सबसे ज्यादा तकलीफ इन्हीं लोगों को हुई. पीडीए पीड़ित के साथ हैं या अपराधियों के साथ हैं.
आप पीडीए के साथ नहीं है बल्कि अपराधियों के साथ हैं. मैंने सिर्फ सदन में मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद दिया था.
मैंने पहली बार बोला था ! मैं अपने बारे में कुछ बोलना चाहती थी.उन्होंने कहा की उन्होंने काम करने वालो को बस धन्यवाद ही तो दिया था. अखिलेश जी समय को देख कर बात करते हैं. पीडीए को देखकर नहीं.
पूजा पाल के बयान पर अखिलेश का जवाब :
अखिलेश यादव ने पूजा पाल के बयान पर टिप्पणी की और कहा की सबसे अच्छा ये था कि उनको पहले अपनी टिकट पक्की करा लेनी चाहिए थी. मुझे उम्मीद है कि सीएम योगी अपनी टिकट के साथ-साथ उनकी टिकट भी पक्की करा लेंगे. अगर बीजेपी उन्हें पहले ही टिकट दे दी होती तो हमें टिकट नहीं देनी पड़ती